mind reading:क्या एआई पढ़ेगा आपका दिमाग?
mind reading:दोस्तों आप जानते ही होंगे कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अपने टेक्नोलॉजी के बदौलत काफी चर्चा में है अब एक नई बात सामने आ रही है कि Ai पढ़ेगा लोगों का दिमाग. वैज्ञानिकों के दवा के मुताबिक यदि कोई इंसान कुछ सोच रहा होगा तो Ai उसको चेट में कन्वर्ट कर देगा यही नहीं बल्कि यदि कोई इंसान कुछ सुनता है या किसी चीज की कल्पना करता है तो यह टूल उसे टेक्स्ट में बदलने लगता है चैट Gpt जैसा आएगा एक Ai टूल जो पढ़ सकेगा लोगों के दिमाग यह कोई जादू से काम नहीं है।
क्या है Artificial intelligence?
दोस्तों सभी लोग आमतौर पर Ai को कृत्रिम बौद्धिक क्षमता समझते हैं, जो कोई भी काम कर सकता है लेकिन वास्तव में यह एक डाटा मैनेजमेंट और मैनिपुलेशन है. इंजीनियर की कई ब्रांचेस जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिक कंप्यूटर, इंजीनियरिंग सॉफ्टवेयर, इंजीनियरिंग रोबोटिक, मैथमेटिक्स आदि को एक जगह मिलाकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का निर्माण किया जाता है इसे कंप्यूटर प्रोग्रामिंग में डाला जाता है अतः या नई-नई चीज हमारे सामने प्रस्तुत करता रहता है। जिसे हम (Ai) Artificial intelligence कहते हैं।
यदि आसान शब्दों में कहा जाए तो मशीन, कंप्यूटर रोबोट या कोई चिप बनाकर उसमें बहुत सारी डाटा डाल दिया जाता है और उसे एक सॉफ्टवेयर में तैयार किया जाता है या सॉफ्टवेयर उपलब्ध डाटा का आधार पर परिस्थितियों का सटीक आकलन करने में सक्षम होता है.
एआई टेक्नोलाजी से अब आगे क्या होने वाला है?
2023 टेक्नोलॉजी के लिए बहुत ही खास हुआ और आने वाला 2024 टेक्नोलॉजी की दुनिया में मानव तहलका ही मचा देगा खासकर Ai आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फिलहाल आई चैट टूल दुनिया भर में ही नहीं बल्कि भारत में ही इसके चर्चे सुनने को मिल रहे हैं और यह बहुत ही लोकप्रिय हो रहा है Ai चैट टूल चैट Gpt से 10 गुना बेहतर होगा अब Ai सभी टेक्नोलॉजी से आगे बढ़ने की कोशिश कर रहा है. Ai अब आपके दिमाग को भी पढ़ने में सक्षम हो गया है, Ai आपके दिमाग को पढ़ सकता है और उसे शब्दों में कन्वर्ट कर आपको बता सकता है और ऐसी खबर सुनने को मिलते हैं कि आप जो सपना सोते समय देखते हैं आई उसकी वीडियो या टेक्स्ट में भी दिखा सकता, हैऑस्टिन में टेक्सास विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों की एक टीम ने एक एआई मॉडल विकसित किया है जो आपके विचारों को पढ़ सकता है। सिमेंटिक डिकोडर के रूप में जाना जाने वाला गैर-इनवेसिव एआई सिस्टम नेचर न्यूरोसाइंस जर्नल में प्रकाशित हुआ है। अध्ययन के अनुसार यह मस्तिष्क की गतिविधि को रियल टाइम में पढ़कर अनुवाद कर सकता है।
यह मॉडल रिपोर्ट कंप्यूटर विज्ञान में अनेकों छात्र, प्रोफेसर और भी वैज्ञानिकों के नेतृत्व में तैयार किया गया यह अध्ययन आंशिक रूप से ट्रांसफार्मर मॉडल पर आधारित है, जो गूगल बोर्ड और ओपन Ai के चैट Gpt के समान है।दोस्तों यह जानकर आपको बड़ी हैरानी होगी कि यह Ai टूल लकवा ग्रस्त मरीजो, विकलांगों, गूगों और आदि कई प्रकार के बीमारियों में लोगों के लिए लाभकारी सिद्ध हो सकता है इस एआई टूल की सहायता से हम मस्तिष्क के गतिविधियों को ट्रैक कर सकते हैं वह मरीज क्या सोच रहे हैं उनके मन में क्या चल रहा है घबराहट आदि की समस्या आसानी से जान सकते हैं.
अमर उजाला कि रिपोर्ट क्या कहती है?
दोस्तों अमर उजाला रिपोर्ट के मुताबिक एक शोध किया गया जिसमें तीन लोगों का एमआरआई स्कैन हुआ इस दौरान उन्हें अलग-अलग कहानी सुनाई गई शोध के बाद वैज्ञानिकों ने दवा किया अब बिना ब्रेन इंप्लांट किए उनके दिमागी हालत का आसानी से पता लगाया जा सकता है यदि कोई इंसान कुछ सुनता है किसी चीज की कल्पना करता है तो यह टूल उसे टैक्ट में बदलना चालू कर देता है जल्द ही इसके लिए चेटGpt जैसा एक एआई टूल तैयार किया जाएगा।
आपके मन मे आने वाले प्रश्न-
-
एआई आपके दिमाग को कैसे पढ़ सकता है?
Ans:- dosto hamne jaisa upar bataya ki ai ka ek tool banaya jaega jaise chat Gpt ek tool hai , vaise ek ai tool banaya jaega jisse vo apke dimag ko padhne me sahayak hoga.
-
Ai का फ्यूचर क्या है?
Ans:- ai jis speed se kam kar raha aisa hamsab ko lag raha ki ane wala samay ai technology ka hi hoga, chat gpt, ai tool jaise bahut se aise tool banae ja rahe jise sun ap ke Goosbumbs a jaenge , ai ka future brought hai.
-
Ai को पिता कौन है?
Ans:- Ai ke janak “ jaan maikarthi” ko mana jata hai, ye American computer scientist rahe hai, Ai (Artificial intelligence) sabd unke dwara diya gaya tha.