आपको एक बहुत ही अजीब सी फीलिंग महसूस होती है, ऐसा लगता है जैसे यह सब कुछ पहले भी हो चुका है 

आप उसको याद करने की कोशिश करते हैं फिर लगता है की हां कुछ याद आ रहा है! लेकिन नहीं

क्योंकि ऐसा ज्यादातर लोगों के साथ ही होता है इसे कहते हैं देजा वू।

देजा वू एक फ्रेंच भाषा का शब्द है जिसका मतलब होता है पहले से देखा हुआ. 

इसके बारे में तो कोई सीधा जवाब मालूम नहीं है लेकिन काफी सारे वैज्ञानिकों ने अलग-अलग थ्योरी दी है जैसे पहली थ्योरी है- मेमोरी थ्योरी…

दूसरी थ्योरी को 3D होलोग्राम थ्योरी कहते हैं इसका मतलब है कि हमारी यादें 3D होलोग्राम की तरह से होती है 

तीसरी थ्योरी है ड्रीम थ्योरी इसके हिसाब से हम वह सपने भी देखते हैं जो भविष्य में होने वाली स्थिति को प्रिडिक्ट करते हैं 

चौथी थ्योरी है मैट्रिक्स थ्योरी जो आमतौर पर सभी वैज्ञानिकों का मानना है मैट्रिक्स थ्योरी यानी “ग्लिंच इन द मेट्रिक्स थ्योरी” जिसे सिम्यूलेशन भी बोलते हैं…